The smart Trick of लोकप्रसाशन That No One is Discussing
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श्रेणी शहर का नाम राज्य/केंद्र शासित प्रदेश जनसंख्या श्रेणी शहर का नाम राज्य/केंद्र शासित प्रदेश जनसंख्या
बीते हुए युगों की घटनाओं के संबंध में जानकारी देने वाले साधनों को ऐतिहासिक स्रोत कहा जाता है। भारत के मध्यकालीन इतिहास की जानकारी के मुख्य स्रोत साहित्यिक ही हैं क्योंकि इस काल से संबंधित हस्तलिखित और मुद्रित सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। साहित्यिक स्रोतों में विभिन्न प्रकार की रचनाएँ उपलब्ध हैं, जिनमें ऐतिहासिक ग्रंथ, शासकों की जीवनियाँ, आत्मकथाएँ, प्रशासन संबंधी रचनाएँ, दरबारी इतिहास, साहित्यिक कृतियाँ और राजकीय पत्रादि प्रमुख हैं। मध्यकालीन भारत के प्रायः सभी राजाओं, सुल्तानों और बादशाहों ने विभिन्न भाषाओं के लेखकों, कवियों, दार्शनिकों, शास्त्रज्ञों और इतिहासकारों को प्रोत्साहन और आश्रय प्रदान किया, जिन्होंने शासकों के व्यक्तित्व और कृतित्व के साथ-साथ तत्कालीन राजनीति, प्रशासन, कला, साहित्य, कृषि, उद्योग, वाणिज्य-व्यापार, सभ्यता, दर्शन और धर्म आदि से संबंधित विवरण दिया है। मध्यकालीन भारतीय इतिहास के स्रोतों को मुख्यतः तीन वर्गों में बाँटा जा सकता है- साहित्यिक स्रोत, विदेशी लेखकों और यात्रियों के वृतांत और पुरातात्त्विक स्रोत।
भारतीय नौसेना के विमानवाहक पोत - विराट एवं विक्रमादित्य
जाने क्यों हुआ था सिविल डिसओबेडिएंस मूवमेंट?
हिमालय के दक्षिण सिन्धु-गंगा मैदान है जो सिंधु, click here गंगा तथा ब्रह्मपुत्र और उनकी सहायक नदियों द्वारा बना है। हिमालय (शिवालिक) की तलहटी में जहाँ नदियाँ पर्वतीय क्षेत्र को छोड़कर मैदान में प्रवेश करती हैं, एक संकीर्ण पेटी में कंकड पत्थर मिश्रित निक्षेप पाया जाता है जिसमें नदियाँ अंतर्धान हो जाती हैं। इस ढलुवाँ क्षेत्र को भाबर कहते हैं। भाबर के दक्षिण में तराई प्रदेश है, जहाँ विलुप्त नदियाँ पुन: प्रकट हो जाती हैं। यह क्षेत्र दलदलों और जंगलों से भरा है। तराई के दक्षिण में जलोढ़ मैदान पाया जाता है। मैदान में जलोढ़ दो किस्म के हैं, पुराना जलोढ़ और नवीन जलोढ़। पुराने जलोढ़ को बाँगर कहते हैं। यह अपेक्षाकृत ऊँची भूमि में पाया जाता है, जहाँ नदियों की बाढ़ का जल नहीं पहुँच पाता। इसमें कहीं कहीं चूने के कंकड मिलते हैं। नवीन जलोढ़ को खादर कहते हैं। यह नदियों की बाढ़ के मैदान तथा डेल्टा प्रदेश में पाया जाता है जहाँ नदियाँ प्रति वर्ष नई तलछट जमा करती हैं।
वर्धमान महावीर (जैन धर्म के संस्थापक) का जन्म
एन. डे के अनुसार, ‘‘सल्तनतकालीन लेखकों के वर्णन से यह स्पष्ट हो जाता है कि वे अपने स्वामी का यशगान करने और इस्लाम की विजयों के प्रति धार्मिक उत्साह के कारण सामाजिक व राजनीतिक संस्थाओं की ओर ध्यान नहीं देते थे।’’
टेम्पलेट कॉल में डुप्लिकेट तर्क का उपयोग करते हुए पन्ने
(शीर्ष) ऋग्वेद की एक मध्यकालीन पांडुलिपि, मौखिक रूप से, १५००-१२०० ई.
विस्तार से जानकारी हेतु देखें उपयोग की शर्तें
इस ग्रंथ में खुसरो ने अलाउद्दीन के पुत्र खिज्र खां तथा गुजरात नरेश कर्ण की पुत्री देवल रानी की प्रेमकथा तथा विवाह का वर्णन किया है। इसमें खिज्र खां की हत्या, अलाउद्दीन की बीमारी एवं मलिक काफूर की विजयों का भी वर्णन है। इसमें खुसरो ने यह भी बताया है कि वह मंगोलों द्वारा किस प्रकार बंदी बनाया गया। खजाइनुल फुतूह अथवा तारीख-ए-अलाई[संपादित करें]
भारत के २९ राज्यों और ७ केंद्र शासित प्रदेशों के एक क्लिक करने योग्य नक्शा
यह क्षेत्र आज के समय में पाकिस्तान और पश्चिमी भारत के नाम से जाना जाता है।
शेर खान और मुगलों के बीच कन्नौज की लड़ाई
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